Insurance Claim Kaise Kare:- भारत देश में जैसे-जैसे हुई है उसी के साथ वाहनों की संख्या में भारी इजाफा देखने को मिलता है। आज के वक्त में लोग अपनी आय के आधार पर बहन को खरीद कर उनका उपयोग कर रहे हैं किंतु भारत के मुंबई और दिल्ली जैसे मेट्रो शहरों में लोग परिवहन के साधन के रूप में सर्वाधिक वाहनों का उपयोग करते है.
Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!यदि आप किसी वाहन के मालिक है, इसका अर्थ आप जानते ही होंगे कि जब हम कोई नया वाहन खरीदते है तो मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत उस बहन की सुरक्षा के लिए इंश्योरेंस (insurance Claim Kaise Kare in Hindi) करवाना अनिवार्य होता है। जो लोग आज दो पहिया या फिर चार पहिया वाहन का उपयोग करते है तो आपको इंश्योरेंस के महत्व के बारे में जरूर जानते होंगे।
अगर आप अपने वाहन का इंश्योरेंस कराते हैं तो किसी भी प्रकार की दुर्घटना घटित होने पर आप आपके वाहन के होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए इंश्योरेंस कंपनी से आसानी से क्लेम प्राप्त कर सकते हो। इसलिए अगर आपकी गाड़ी किसी तरह की दुर्घटना का शिकार हुई है और आप अपने इंश्योरेंस पर क्लेम प्राप्त करना चाहते है।
लेकिन आपको इंश्योरेंस क्लेम कैसे करें? के संबंध में जानकारी नहीं है तो आप परेशान ना हो क्योंकि इस पोस्ट में आज आप Insurance Claim Process in Hindi के संबंध में जानेंगे।
इंश्योरेंस क्लेम क्या है? (What is Insurance Claim in Hindi)

Insurance Claim एक ऐसी प्रक्रिया होती है, जिसमे पॉलिसी धारक किसी भी प्रकार की दुर्घटना, प्राकृतिक आपदा, आग या फिर चोरी होने इत्यादि के कारण उनकी बहन के होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए बीमा कंपनी (Insurance Claim Process in Hindi) से अनुरोध करता है। यानी कि इंश्योरेंस क्लेम के अंतर्गत पॉलिसी धारक बीमा कंपनी को अपने बहन के द्वारा होने वाले नुकसान की भरपाई हेतु मुआवजा प्राप्त करने के लिए आवेदन करता है।
जिसके बाद बीमा कंपनी के द्वारा बीमा समझौते यानी पॉलिसी के तहत कवरेज के अनुसार बीमा धारी को मुआवजा प्रदान किया जाता है। इंश्योरेंस क्लेम (Bike Insurance Claim Kaise kare) करने के लिए कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों की आवश्यकता होती है लेकिन अधिकांश लोगों को इंश्योरेंस क्लेम कैसे करें? के संबंध में सटीक जानकारी नहीं होती है.
जिसकी वजह से वह दुर्घटना की स्थिति में बीमा पॉलिसी को क्लेम (How to Claim Insurance in india) नहीं कर पाते हैं इसलिए इस पोस्ट में हमने इंश्योरेंस क्लेम किस प्रकार से किया जाता है? के बारे में पूरी जानकारी साझा की है।
बीमा क्लेम के प्रकार (Insurance Claim Types in Hindi)
अगर आप अपनी कार्य फिर मोटरसाइकिल से होने वाली नुकसान की भरपाई के लिए इंश्योरेंस कंपनी से बीमा क्लेम करना चाहते हैं तो आप दो प्रकार से बीमा क्लेम कर सकते है-
- कैशलेस क्लेम (Cashless Claim)
- प्रतिपूर्ति क्लेम (Reimbursement Claims)
कैशलेस क्लेम (Cashless Claim)
अगर आपने अपना वाहन खरीदते समय कैशलैस क्लेम पॉलिसी को खरीदा है तो आप बिना किसी समस्या के बीमा पॉलिसी कंपनी के द्वारा सूचीबद्ध किए गए किसी भी गैरेज में जाकर बिना किसी खर्च के अपनी बहन की मरम्मत आसानी से करवा सकते हो। यह सबसे आसान और परेशानी मुक्त प्रक्रिया है, जिसमे आप बीमा कंपनी को अनुरोध करके कैशलेस मोटर बीमा पॉलिसी का दावा कर सकते है।
कैशलेस मोटर बीमा पॉलिसी का दावा के अंतर्गत वाहन की मरम्मत में आने वाला खर्च का पूरा बिल बीमा कंपनी को भेजा जाता है और फिर बीमा कंपनी के द्वारा कैशलेस बीमा पॉलिसी के अनुसार बीमा क्लेम प्रदान किया जाता है।
प्रतिपूर्ति क्लेम (Reimbursement Claims)
इस प्रकार की इंश्योरेंस पॉलिसी में बीमाधारक को किसी भी प्रकार की हानि या फिर मरम्मत के लिए पहले से ही पूरी धनराशि का पेमेंट करना होता है। जिसके उपरांत पॉलिसी धारक को बीमा कंपनी के लिए सभी प्रासंगिक चालान और दस्तावेज को भेजना पड़ता है। यदि इस बीच किसी चालान की प्रस्तुति रहती है तो बीमा कंपनी के द्वारा आवेदन को अस्वीकार कर दिया जाता है।
जिसके बाद बीमा धारक को पुनः कवरेज प्राप्त करने के लिए अनुरोध करना पड़ता है यही कारण है कि Reimbursement Claims की वजह कैशलेस क्लेम सेटलमेंट पॉलिसी लेना फायदेमंद होता है क्योंकि इससे बीमाकर्ता के समय की बचत होती और उसे पूरी राशि का भुगतान करने की आवश्यकता भी नहीं होती है।
इंश्योरेंस क्लेम करने हेतु आवश्यक दस्तावेज (Required Documents Insurance Claim)
अगर आप अपने बहन की शादी होने पर बीमा पॉलिसी के अंतर्गत मुआवजा प्राप्त करना चाहते हैं तो बीमा स्वीकार करने के लिए आपके पास कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेजों का होना आवश्यक है, जैसे-
- बीमा पॉलिसी की फोटो कॉपी
- चालक के लाइसेंस की फोटो कॉपी
- वाहन रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की फोटो कॉपी
- थाने में दर्ज की गई एफ आई आर
- कार मरम्मत का संक्षिप्त अनुमान
- शरीर में चोट लगने पर मेडिकल रिपोर्ट
- इसके अतिरिक्त सभी अन्य खर्चों का विवरण
इंश्योरेंस क्लेम कैसे करें? (Insurance Claim Kaise kare in Hindi)
जो भी पॉलिसी धारक अपने वाहन की दुर्घटना और क्षति के लिए बीमा कंपनी से कवरेज प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको अपने हर्जाने/नुकसान की भरपाई का सफलतापूर्वक दावा करने के लिए कुछ आसान से स्टेप्स को फॉलो करना होगा, आपकी सुविधा के लिए हम आपको यहां कुछ आसान स्टेप्स बता रहे है. जिन्हें फॉलो करके आप आसानी से बीमा कवरेज प्राप्त करने के लिए अपना अनुरोध कर सकते है, यह स्टेप निम्नलिखित प्रकार से है-
बीमा कंपनी को सूचित करें (Inform the Insurance Company)
जब भी आपकी कार या बाइक किसी भी तरह की दुर्घटना का शिकार हो तो तुरंत इसकी जानकारी अपनी बीमा कंपनी को सूचित करें क्योंकि बीमा कंपनियों के द्वारा बीमकर्ता को दुर्घटना के बारे में 7 कार्य दिवसों के अन्दर सूचित करने का प्रवधान रखा गया है। अगर कोई व्यक्ति निर्धारित अवधि के अंदर बीमा का दावा करने के लिए बीमा कंपनी को सूचित नही करता है तो दावे के निपटान की अवधि को व्यपगत (Lapsed) माना जाता है।
बीमा कंपनी से चरण का दावा करने के लिए आपको बीमा पॉलिसी की फोटोकॉपी के साथ-साथ ड्राइविंग लाइसेंस की सॉफ्टकॉपी, कार पंजीकरण प्रमाण पत्र आदि दस्तावेजों को भी भेजना होगा।
निकटतम पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज करें (Register an FIR in Nearest Police Station)
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किसी भी तरह के बहन की चोरी आ गया सड़क दुर्घटना जैसी घटनाओं पर इंश्योरेंस कंपनी से प्राप्त करने के लिए निकटतम पुलिस स्टेशन में एफ आई आर दर्ज कराना बेहद आवश्यक होता है, इस प्रक्रिया में तीसरे पक्ष की होने वाली क्षति को भी शामिल किया जाता है। क्योंकि पुलिस प्रशासन के द्वारा दुर्घटना स्थल पर पहुंचकर यह स्पष्ट किया जाएगा कि दुर्घटना यांत्रिक खराबी अथवा किसी अन्य कारण के साथ हुई है।
पुलिस एफ आई आर कराने के लिए ड्राइवर, वाहन, यात्री और गवाहों अन्य पहलू को ध्यान में रखकर जांच पड़ताल की जाती है। निकटतम पुलिस स्टेशन में एफ आई आर दर्ज कराना तभी जरूरी होता है, जब दुर्घटना आपके और तीसरे पक्ष के बीच हुई हो।
तस्वीरों को वैध प्रमाण के रूप में कैप्चर करें (Capture Photographs as Valid Proof)
बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो बीमा कंपनी से कवरेज प्राप्त करने के लिए प्रतिपूर्ति दावे (Reimbursement Claims) के साथ आगे बढ़ना पसंद करते हैं। यदि आप भी Reimbursement Claims के साथ इंश्योरेंस क्लेम करना चाहते हैं तो दुर्घटना के दृश्य को एक फोटो मैं कैप्चर करना आपके लिए काफी फायदेमंद हो सकता है.
अर्थात दुर्घटना होने पर आप उसकी कुछ तस्वीरें की सकते हैं जिसमें आपके बहन के नुकसान शरीर पर चोट आदि का देख वैद्य प्रमाण हो जाता है जो इंश्योरेंस क्लेम करने में बहुत ही सहयोग करते हैं। इसके अतिरिक्त आप चाहे तो अपना नाम गवाहों के संपर्क नंबर और तीसरे पक्ष की सभी जानकारी भी नोट कर सकते है।
बीमा कम्पनी को सभी दस्तावेज जमा करें (Submit All Documents to Insurance Company)
उपरोक्त बताए गए सभी स्टेप्स को ध्यान पूर्वक फॉलो करने के पश्चात आपको दावा निपटाने की दिशा में आगे बढ़ने के लिए बीमा कंपनी के पास सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को जमा करना होगा जिसके बाद ही बीमा कंपनी के द्वारा इंश्योरेंस पॉलिसी के अकॉर्डिंग कवरेज प्रदान करने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाता है।
बीमा कंपनी से इंश्योरेंस क्लेम करने के लिए बीमा करता को ड्राइविंग लाइसेंस, कार पंजीकरण प्रमाण पत्र, प्राथमिकी, और अन्य आवश्यक जानकारी जैसे दस्तावेजों की फोटो कॉपी को बीमा कंपनी के पास जमा करवाना पड़ता है।
बीमा कंपनी को एक सर्वेक्षक भेजने के लिए कहें (Ask the Insurance Company to Send a Surveyor)
बीमा कंपनी से इंश्योरेंस क्लीन करने हेतु पॉलिसी धारक को बीमा कंपनी से दावा दायर करने और दुर्घटना के मामले का सर्वेक्षण करने के लिए कहना होगा। आप बीमा कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या फिर अन्य माध्यम से सर्वेक्षण शुरू करने के लिए बीमा कंपनी को अनुरोध भेज सकते हैं। यदि बीमा कंपनी के द्वारा इस प्रकार की कोई सुविधा प्रदान नहीं की जाती है.
तो कैशलैस क्लेम सेटेलमेंट के मामले में बीमा कंपनी के द्वारा एक प्रतिनिधि को भेजा जाता है जो आपके बहन के होने वाले नुकसान का अवकलन करके और उसके पश्चात बीमा कंपनी के द्वारा बहन के नुकसान की मरम्मत के लिए एक से दो कार्य दिवस के अंदर पेमेंट भेज दिया जाता है।
कार की मरम्मत (Repair Car)
इंश्योरेंस क्लेम की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए आपको अपने कार्य की मरम्मत कराना शुरू कर रहा होगा। जैसा कि हमने आपको बताया कि इंश्योरेंस क्लेम दुनिया में होता है अगर आप कैशलैस क्लेम करते हैं तो आपको रिपेयरिंग कास्ट की चिंता करने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि ऐसे मामलों में बीमा कंपनी द्वारा नेटवर्क गैरेज में वाहनों की मरम्मत कराई जाती है।
जिसमें पॉलिसी धारक को केवल डिडक्टिबल्स के लिए भुगतान करना पड़ता है शेष धनराशि बीमा कंपनी के द्वारा कवरेज के रूप में प्रदान की जाती है। और यदि कोई व्यक्ति प्रतिपूर्ति दावे के साथ इंश्योरेंस क्लेम करना पसंद करता है तो इस मामले में पॉलिसी धारा व्यक्ति को अपनी जेब से वाहन के होने वाले नुकसान की भरपाई करनी पड़ती है. इसके बाद बीमा कंपनी को मूल बिल, रसीदें, चिकित्सा रिपोर्ट, फोटो आदि जमा करनी होगी।
सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद बीमा कंपनी मरम्मत की राशि प्रतिपूर्ति की जाती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आप इस प्रकार के प्रक्रिया में किसी भी गैरेज ने अपने बहन के मरम्मत करा सकते हैं लेकिन बीमा कंपनी के द्वारा बीमा कवर में उल्लेखनीय नियमों एवं शर्तों के अनुसार ही धनराशि दी जाती है।
कार दुर्घटना के बाद क्लेम करने हेतु याद रखने योग्य बातें
आपने जिस बीमा कंपनी से अपनी बहन का इंश्योरेंस कराया है और आप अपनी बीमा कंपनी की क्लेम करने की प्रक्रिया के बारे में अच्छी तरह से ही क्यों ना जानते हो लेकिन Insurance Claim करने से पहले आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए जैसे-
- बहन की दुर्घटना के तुरंत बाद आप अपनी और अपनी बहन की अच्छी तरह से जांच करें और पुष्टि करें कि आपकी बीमित आपको कोई बड़ी शारीरिक चोट/क्षति तो नहीं आई है।
- क्योंकि इसके पश्चात आप शारीरिक चोटिया वाहन की क्षति के आधार पर चिकित्सा सहायता या अन्य सहायता के लिए संपर्क कर सकते हो।
- दुर्घटना होने के 24 घंटे के अंदर इंश्योरेंस क्लेम करने के लिए बीमा प्रदाता कंपनी को सूचित करें क्योंकि दावा दायर करने की देरी होने पर इंश्योरेंस क्लेम का अवसीकर हो सकता है।
- सफल तरीके से इंश्योरेंस क्लेम प्राप्त करने के लिए बहन की पंजीकरण संख्या, मेक, मॉडल और वाहन के प्रकार और टक्कर या दुर्घटना में शामिल अन्य वाहन के रंग को याद रखने की कोशिश करे।
- बीमा कंपनी से इंश्योरेंस क्लेम करने से पहले दुर्घटना स्थल पर मौजूद चश्मदीद गवाहों से बातचीत करके उनके नाम और संपर्क विवरण लेने का प्रयास करें।
- जिससे भविष्य में आपको दुर्घटना के लिए जिम्मेदार व्यक्ति या व्यक्तियों को पुष्टि करने में काफी लाभ मिलेगा।
- अगर दुर्घटना के दौरान आपके वाहन में मामूली नुकसान होता है तो ऐसी स्थिति में आप नो क्लेम बोनस सुरक्षित करने के लिए बच सकते हैं।
- इसलिए दुर्घटना होने पर आपको जल्द से जल्द आकलन करके उसके अनुसार तत्काल कार्यवाही करने का प्रयास करना चाहिए।
- तीसरे पक्ष के व्यक्ति के साथ दुर्घटना होने की स्थिति में वाद विवाद में पड़ने से बचें जिससे आपको भविष्य में अनावश्यक परेशानी का सामना नहीं करना होगा।
- जब तक आप अपने या अपने बहन अदरक तीसरे पक्ष के साथ होने वाले नुकसान के संबंध में सुनिश्चित नहीं है तब तक इसके संबंध में पुलिस या अपनी बीमा कंपनी के साथ कोई भी जानकारी साझा ना करें।
- सदर पुलिस और बीमा प्रदाता कंपनी की अनुमति लेने के पश्चात ही अपने बहन को मरम्मत के लिए दुर्घटना स्थल से दूर ले जाएं।
- कार्य मोटरसाइकिल का इंश्योरेंस क्लेम करने के लिए सभी आवश्यक दस्तावेजों को संभाल कर अपने पास सुरक्षित रखें।
- यदि आपकी इंश्योरेंस कंपनी आपको कैशलैस क्लेम की सुविधा देती है तो आप अपनी कार को बीमा कंपनी के नेटवर्क के गैरेज में मरम्मत के लिए ले जा सकते है।
Insurence Claim Kaise kare Related FAQs
किसी भी गाड़ी की दुर्घटना होने या फिर चोरी होने की स्थिति में इंश्योरेंस क्लेम करना बहुत ही आसान है आपको बस इसके लिए ऊपर बताए गए स्टेप्स को फॉलो करना होगा।
प्रतिपूर्ति क्लेम और कैशलेस क्लेम दोनो इंश्योरेंस क्लेम करने की प्रक्रिया में कैशलेस क्लेम को सुविधाजनक माना जाता है क्योंकि इस प्रकार के इंश्योरेंस क्लेम में कार की मरम्मत कराने के दौरान बीमाधारक को मरम्मत के खर्च का बोझ नहीं उठाना पड़ता है।
गाड़ी का इंश्योरेंस आप ऑनलाइन या ऑफलाइन किसी भी तरह से करवा सकते हैं लेकिन बीमा कराते समय हमेशा कैशलेस क्लेम का ही चयन करें।
निष्कर्ष
Insurance Claim Kaise Kare और रिजेक्शन से कैसे बचें? इसके संबंध में आज हमने अपनी वेबसाइट के इस आर्टिकल के माध्यम से विस्तार से बताया है। अब आप समझ गए होंगे कि आप किस प्रकार से अपने वाहन का इंश्योरेंस क्लेम कर सकते हैं और इंश्योरेंस क्लेम रिजेक्ट होने से कैसे बचा सकते हैं? हम उम्मीद करते हैं कि आपके लिए इस पोस्ट में बताई गई जानकारी उपयोगी साबित रही होगी। यदि आपको इस आर्टिकल में बताई गई सभी जानकारी समझ आई हो तो कृपया करके हमारी इस पोस्ट को अपने सभी दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।